कितनी बार आपको कहा है, अखबार पढ़कर सलीके से मेज पर रख दिया कीजिये। कितनी बार आपको कहा है, अखबार पढ़कर सलीके से मेज पर रख दिया कीजिये।
किसी काम को शुरू करने का माकूल समय तलाशते रहते है पर उचित काम अपना समय खुद तय करके आता है। किसी काम को शुरू करने का माकूल समय तलाशते रहते है पर उचित काम अपना समय खुद तय क...
वक्त है उनसे छुटकारा पाने का और एक स्वस्थ, स्वच्छ और खुशहाल भारत बनाने का। वक्त है उनसे छुटकारा पाने का और एक स्वस्थ, स्वच्छ और खुशहाल भारत बनाने का।
रिया उनके पैरों से लिपट गई और वह पिघल उठीं। रिया उनके पैरों से लिपट गई और वह पिघल उठीं।
सह नहीं पाती माँ के व्यक्तित्व की प्रशंसा। सह नहीं पाती माँ के व्यक्तित्व की प्रशंसा।
अब देश मे जो भी होगा वह अच्छा ही होगा अब देश मे जो भी होगा वह अच्छा ही होगा